जाने-अनजाने हम नेशनल पार्क की आजादी की जगह ‘सर्कस’ वाला जीवन जी रहे हैं. दूसरों के वादे, रहम पर जिंदगी में शांति, सुकून तलाश रहे हैं. पतंग का मालिक डोर खरीदने वाला नहीं, उड़ाने वाला होता है. इसलिए अपने जीवन की डोर दूसरे को थामने का अवसर न दें. READ MORE
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