पाकिस्तानी सत्ता और राजनीति की प्रकृति ऐसी है कि प्रधानमंत्री इमरान खान से भारत-पाक रिश्तों में रचनात्मक बदलाव की उम्मीद करना बेमानी है. दूसरी ओर भारत में अगले साल होने वाले लोक सभा चुनाव के मद्देनजर मोदी सरकार भारत-पाक वार्ता के लिए कोई गंभीर पहल करने का खतरा मोल लेना नहीं चाहेगी. लेकिन भारत की राजनीतिक परिस्थिति पाकिस्तान को राजनीति करने से नहीं रोक सकती. READ MORE
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